हजारों ख्वाहिशें ऐसी
ख्वाहिशों के पीछे भागते-भागते बीच में वक्त निकाल ही लिया और ज़ाहिर करनी शुरू की अपनी ख्वाहिशें...
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रविवार, 20 अप्रैल 2008
एक तूफान
बाहर भी एक तूफान था
और एक तूफान था मेरे भीतर
बाहर के तूफान से तो सबने ओट कर ली
लेकिन...अब भी घुमड़ रहा है एक तूफान मेरे भीतर...
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